फैटी लीवर स्टेज 1 और स्टेज 2: क्या है फर्क?

फैटी लीवर डिजीज (Fatty Liver Disease) आधुनिक जीवनशैली से जुड़ी एक बेहद सामान्य बीमारी बन चुकी है। असंतुलित खानपान, मोटापा, शराब सेवन और शारीरिक गतिविधियों की कमी इसके प्रमुख कारण हैं। फैटी लीवर को मुख्य रूप से दो स्टेजों में बांटा जाता है – स्टेज 1 और स्टेज 2। हालांकि दोनों ही स्टेज खतरनाक साबित हो सकती हैं, लेकिन सही समय पर उपचार मिलने पर इसे कंट्रोल करना संभव है। आइए विस्तार से समझते हैं कि फैटी लीवर स्टेज 1 और स्टेज 2 में क्या फर्क है, इनके लक्षण, कारण और इलाज कैसे किया जा सकता है। फैटी लीवर क्या है? जब लीवर में सामान्य से अधिक मात्रा में वसा (Fat) जमा होने लगती है, तो उसे फैटी लीवर कहा जाता है। यह समस्या शुरुआत में गंभीर नहीं लगती, लेकिन समय रहते इलाज नहीं होने पर यह लीवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis) या लिवर फेलियर जैसी जानलेवा स्थिति में बदल सकती है। स्टेज 1 फैटी लीवर – शुरुआती चरण पहचान और लक्षण: स्टेज 1 में लीवर में हल्की मात्रा में फैट जमा होता है। इस स्टेज में आमतौर पर कोई विशेष लक्षण नहीं होते। कभी-कभी थकान, हल्की बेचैनी या पेट के ऊपरी दाईं ओर हल्का दर्द महसू...